- बोले- स्वामी विवेकानंद या दयानंद सरस्वती को मिलना चाहिए था सम्मान
- केंद्र सरकार पर साधा निशाना
प्रयागराज (इलाहाबाद). तीर्थराज प्रयाग में चल रहे आस्था के सबसे बडे़ मेले कुंभ में रविवार को योग गुरु बाबा रामदेव भी पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि आज तक देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न किसी संन्यासी को क्यों नहीं मिला। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि मदर टेरेसा को दे सकते हैं क्योंकि वो ईसाई हैं लेकिन सन्यासी को नहीं दे सकते हैं क्योंकि वो हिंदू हैं। हिंदू होना गुनाह है इस देश में?
कुंभ मेले की भव्यता देखने योग गुरू बाबा राम देव प्रयागराज पहुंचे हैं। यहां पहुंचते ही उन्होंने देश के सर्वोच्च पुरस्कार को लेकर बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पिछले 70 वर्षों में, एक भी संन्यासी को भारत रत्न नहीं दिया गया, चाहे वह महर्षि दयानंद सरस्वती हों या स्वामी विवेकानंद, शिवकुमार स्वामी जी। इन सभी संतों ने इतना योगदान दिया है कि, उन्हें भी भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए।
कुंभ / भारत रत्न सम्मान को लेकर बाबा रामदेव ने कहा- 70 वर्षों में यह सम्मान किसी संन्यासी को क्यों नहीं मिला